पहले लोग फिटनेस के लिए जागरूक थे मगर कम
थे आज फिट रहने का ट्रेंड है पश्चिम देशो के साथ - साथ भारत के लोग भी जिम ज्वाइन
करके फिट रहते है तो कोई एरोबिक्स क्लासेस जाता है तो कोई योगा क्लास जात्ता है
लोग खुद को फिट रखने के लिए आगे बढ़ रहे है अपनी बिगड़ी लाइफस्टाइल को संवारने का
काम कर रहे है लोगो को अब फिटनेस ट्रेनर के रूप में बेहतरीन विकल्प मिला है की वे
एक अच्छा और फिट फिटनेस ट्रेनर बन सकते है आज फिटनेस ट्रेनर की मांग जिम, बड़े होटल, हेल्थ क्लब, फिटनेस
सेंटर, स्पा, टूरिस्ट रिसॉर्ट जैसी
तमाम जगहों पर है। कुछ समय का अच्छा अनुभव लेकर आप स्वयं का फिटनेस सेंटर भी शुरू
कर सकते हैं। यहां तक कि बड़ी-बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियां भी अपने कर्मचारियों के लिए
समय-समय पर वर्कपैलेस वेलनेस तथा फिटनेस प्रोग्राम का आयोजन करती हैं, जहां फिटनेस ट्रेनर की जबरदस्त मांग होती है।
फिटनेस इंडस्ट्री आज अपनी चरम सीमा पर है। आज भारत में फिटनेस उद्योग 2,000 करोड़ रुपए से भी अधिक पर हिस्सा रखता है। हाई टेक जिम और हेल्थ क्लब ने इसको युवाओं के बीच और अधिक प्रचलित बनाया है।
फिटनेस इंडस्ट्री आज अपनी चरम सीमा पर है। आज भारत में फिटनेस उद्योग 2,000 करोड़ रुपए से भी अधिक पर हिस्सा रखता है। हाई टेक जिम और हेल्थ क्लब ने इसको युवाओं के बीच और अधिक प्रचलित बनाया है।
एक फिटनेस ट्रेनर में वे कौन से गुण है जो उन्हें एक गुड फिटनेस ट्रेनर
बनाते है -
उन्हें अपने स्किल्स
यानी स्पेशलाइज्ड एरिया को गतिशील बनाने के लिए रोज समय देना चाहिए ।
एक फिटनेस ट्रेनर को
स्वयं फिट होना चाहिए ताकि आपके क्लाइंट्स के लिए आप एक अच्छा और फिट
प्रेरणास्त्रोत बन सके
करेंट रिसर्च ,
इंडस्ट्री में जो कोम्पीटीशन चल रही है उसके बारे में पढ़ते रहना चाहिए ।
एक फिटनेस ट्रेनर
में कम्यूनिकेशन स्किल अच्छा होना चाहिए ।
एक फिटनेस ट्रेनर को
मूलतः फिटनेस, न्यूट्रिशन, वेट
मैनेजमेंट, स्ट्रैस रिडियूशन, हेल्थ
रिस्क मैनेजमेंट आदि जैसे विषयों पर ध्यान देना होता है।
एक फिटनेस ट्रेनर को
एक्सरसाइज टेक्निक्स एनाटोमी , एक्सरसाइज फिजियोलोजी और न्यूट्रीशन की अच्छी तरह
से ट्रेनिग लेना चाहिए ।
जो तकनीक या बदलाव
हो उनसे अपडेट रहने की आदत होनी चाहिए ।
फिटनेस ट्रेनर बनने के लिए शैक्षिणक योग्यता -
भारत में फिटनेस
ट्रेनर बनना या एक इंस्ट्रक्टर बनने का क्षेत्र एक इंडस्ट्री है अभी फिटनेस ट्रेनिग
सम्बन्धी बहुत सारे कोर्स उपलब्ध नही है पर फिटनेस ट्रेनर बनने के लिए आपका 12 th
पास होना जरूरी है अगर आप 12 th पास है तो इससे जुड़ा हुआ कोर्स या सर्टिफिकेट
प्रोग्राम जैसा कोर्स कर सकते है योग ट्रेनर बनना है तो योग का कोर्स कर सकते है
या फिर हायर एजूकेशन करने के लिए ग्रेजुएशन करने के बाद एम्.ए योग कर सकते है
एरोबिक्स ट्रेनर या जिम ट्रेनर बनने के लिए इंस्ट्रक्टर ट्रेनिग कोर्स कर सकते है
इस क्षेत्र में अगर आप अपना कैरियर बनाना चाहते है तो प्रक्टिकल स्पेश्लाइजड होना
जरूरी होता है ।
भारत में फिजिकल
ट्रेनिग के लिए हायर एजूकेशन के स्कोप अभी नहीं है अगर विदेश जाकर फिजिकल ट्रेनर
की ट्रेनिग लेना चाहते है तो वहां से ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट के कोर्स भी कर
सकते है ।
कहां से कोर्स करें?
फिटनेस ट्रेनिंग के कोर्स की अगर बात की जाए तो आप नाइक एरोबिक्स कोर्स या रिबॉक इंस्ट्रक्टर सर्टिफिकेशन प्रोग्राम जैसे प्रोफेशनल कोर्स भी कर सकते हैं, जो मुंबई के तलवालकर संस्थान जैसे कई स्थानीय स्तर पर कराए जाते हैं। ये बेसिक कोर्स करीब 80 घंटे की अवधि के होते हैं, जिसमें से 30 घंटे थ्योरी से सिद्धांत पढ़ाए जाते हैं और बाकी भाग प्रैक्टिकल सैशन का होता है।
* रिबॉक इंडिया वर्ष में 2 बार रिबॉक इंस्ट्रक्टर एलीयांस प्रोग्राम आयोजित करता है।
* यदि आप योग तथा नेचुरोपेथी में स्नातक होना चाहते हैं तो भारत में ये कोर्स करीब साढ़े पांच साल का होता है।
* सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन योग एंड नेचुरोपैथी ने इसमें 1 वर्ष डिप्लोमा कोर्स भी शुरू किया है। भारत में इसके कुल 17 केंद्र हैं।
फिटनेस ट्रेनिंग के कोर्स की अगर बात की जाए तो आप नाइक एरोबिक्स कोर्स या रिबॉक इंस्ट्रक्टर सर्टिफिकेशन प्रोग्राम जैसे प्रोफेशनल कोर्स भी कर सकते हैं, जो मुंबई के तलवालकर संस्थान जैसे कई स्थानीय स्तर पर कराए जाते हैं। ये बेसिक कोर्स करीब 80 घंटे की अवधि के होते हैं, जिसमें से 30 घंटे थ्योरी से सिद्धांत पढ़ाए जाते हैं और बाकी भाग प्रैक्टिकल सैशन का होता है।
* रिबॉक इंडिया वर्ष में 2 बार रिबॉक इंस्ट्रक्टर एलीयांस प्रोग्राम आयोजित करता है।
* यदि आप योग तथा नेचुरोपेथी में स्नातक होना चाहते हैं तो भारत में ये कोर्स करीब साढ़े पांच साल का होता है।
* सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन योग एंड नेचुरोपैथी ने इसमें 1 वर्ष डिप्लोमा कोर्स भी शुरू किया है। भारत में इसके कुल 17 केंद्र हैं।
फिजिकल एजुकेशन में स्नातक व स्नाकोत्तर के साथ कई अन्य कोर्स उपलब्ध
कराने वाले कुछ प्रमुख संस्थान निम्नलिखित हैं :
* इंदिरा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोटर्स साइंस, दिल्ली।
*लक्ष्मीबाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन ।
*साई, एनएस साउथ सेंटर, यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु ।
*साई, एनएस ईस्टन र्सेंटर, साल्ट लेक सिटी, कोलकाता
* इंदिरा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोटर्स साइंस, दिल्ली।
*लक्ष्मीबाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन ।
*साई, एनएस साउथ सेंटर, यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु ।
*साई, एनएस ईस्टन र्सेंटर, साल्ट लेक सिटी, कोलकाता
आपके फिटनेस ट्रेनर के रूप में कैरियर की शुरुआत
फिटनेस ट्रेनर की शुरुआत में आपको जूनियर इंस्ट्रक्टर
के तौर पर काम करना होगा इसकी शुरुआत आप किसी फिटनेस जिम से कर सकते है फिटनेस ट्रेनर
बनने के लिए आपका फित्न्नेस के किसी एक एरिया में एक्सपर्ट होना जरूरी है आप
ट्रेनर के रूप में किसी क्लाइंट को पर्सनल ट्रेनिंग दे सकते है या इससे जुद्दी
संस्था में काम आकर सकते है इस क्षेत्र में अन्य प्रोफेशन के जैसे एंटरप्रेंयोर भी
शुरू कर सकते है इस क्षेत्र में एक बार आपका जुड़ गया तो लोग आपसे जुड़ने लगेगे ।
यह एक बहुत बढ़िया क्षेत्र है जिसमें आप
अपना कैरियर बना सकते है एक बार आप फिटनेस ट्रेनर बन गये है तो आप अपना खुद का जिम
, एरोबिक्स क्लास या योगा क्लास भी शुरू कर सकते है
1 टिप्पणियाँ:
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (26-12-2017) को "स्वच्छता ही मन्त्र है" (चर्चा अंक-2829) पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
क्रिसमस हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
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