गुब्बारे रंगों के गुब्बारे

         
रंगों वाले गुब्बारे
हवा में उड़ते हुए गुब्बारों को देखकर हर इंसान की अपनी अलग सोच होती है नजरिया अलग होता है कोई कुछ सोचता है कोई कुछ कुछ ऐसे ही मैंने गुब्बारों पर अपनी सोच से अपने मन की कल्पना से एक कविता लिखी है
कितने सारे रंगों के गुब्बारे होते हैं औऱ हर रंग अपने बारे में अलग ही बात कहता है ।




! गुब्बारे रंगों के गुब्बारे !
कुछ मिलन के गुब्बारे
कुछ लगन के गुब्बारे
कुछ बातों के गुब्बारे
कुछ मुलाकातों के गुब्बारे
कुछ इन्तजार के गुब्बारे
कुछ प्यार के गुब्बारे
कुछ त्यौहार के गुब्बारे
! गुब्बारे रंगों के गुब्बारे !
कुछ रूठने के गुब्बारे
कुछ मनाने के गुब्बारे
कुछ उमंगो के गुब्बारे
कुछ तरंगों के गुब्बारे
! गुब्बारे रंगों के गुब्बारे !
कुछ नादानी के गुब्बारे
कुछ छेड़कानी के गुब्बारे
! गुब्बारे रंगों के गुब्बारे !
कुछ अपनेपन के गुब्बारे ।
कुछ दीवानेपन के गुब्बारे
कुछ सवालों के गुब्बारे
कुछ जवाबो के गुब्बारे
! गुब्बारे रंगों के गुब्बारे !
कुछ वादों के गुब्बारे
कुछ यादों के गुब्बारे
हवा की उड़ान के गुब्बारे
कुछ मुस्कान के गुब्बारे
कुछ थकान के गुब्बारे
कुछ दर्द के गुब्बारे
कुछ दवा के गुब्बारे
!गुब्बारे रंगों के गुब्बारे !
कुछ सपनो के गुब्बारे
कुछ अपनों के गुब्बारे
कुछ मोहब्बतों के गुब्बारे
 कुछ सोहबतों के गुब्बारे
! गुब्बारे रंगों के गुब्बारे !
कुछ दिन के गुब्बारे
कुछ रात के गुब्बारे
कुछ वक्त के गुब्बारे
कुछ राह के गुब्बारे
! गुब्बारे रंगों के गुब्बारे !
कुछ लाल के गुब्बारे
कुछ नीले के गुब्बारे
कुछ हरे के गुब्बारे
कुछ पीले के गुब्बारे
कुछ गुलाबी के गुलाबी
! गुब्बारे रंगों के गुब्बारे !
कुछ मेरे रंगो के गुब्बारे
कुछ तेरे रंगों के गुब्बारे
कुछ हमारे रंगों के गुब्बारे
कुछ साथ के गुब्बारे
! गुब्बारे रंगो के गुब्बारे !

1 टिप्पणियाँ:

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (19-12-2017) को "ढकी ढोल की पोल" (चर्चा अंक-2822) पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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