मार्शल आर्ट रहा है जिनका प्यार पढ़िये उनके एक से एक विचार

         
         बॉलीवुड के खिलाडी कुमार अक्षय कुमार जिन्होंने एक बढ़कर एक फ़िल्में की है जिनकी हर फिल्म अपने में आप में एक संदेश देती है अक्षय कुमार के हर रोल , हर सब्जेक्ट में उनकी मेहनत और उनके सफ़ल व्यक्ति का एक अच्छा उदाहरण हैं अक्षय कुमार ने अपने अभिनय से यह साबित कर दिया की इन्सान अगर लगन और मेहनत से जीवन में जो चाहे वो आपको मिल सकता हैं। अक्षय कुमार मेरे भी पसंदीदा कलाकार मुझे उनकी फिल्मों में एक बात बहुत अच्छी लगती है वो ये की उनकी फिल्मों के विषय बहुत हटकर और कोई मैसेज देने वाले होते है | 
अक्षय कुमार के प्रेरणादायक विचार

1.मैंने कभी भी कोई ऐसी फिल्मे नहीं की है जिससे किसी की भावनाओं को ठेस पहुचे, चाहे वो भारतीय हो या ना हो।
अक्षय कुमार
2. “हर एक औरत चाहती है कि उसका पति खाना बनाये।
अक्षय कुमार
3. “मैं आख़िरकार अब एक पति बन गया हूँ और मैं अब इसका हर पल का आनंद ले रहा हूँ।
अक्षय कुमार
4.खेल के लिए मेरा प्यार कभी नहीं मरेगा. मुझे मार्शल आर्ट से प्यार है और मैं उसे बढ़ावा देना चाहता हूँ जिस तरीके से भी कर सकूँ. मैं एक लड़ाकू पहले हूँ, अभिनेता बाद में.
                                                    अक्षय कुमार
5. मैं खाना इस लिए बना लेता हूँ क्योकि मेरा जीवन इसी पे निर्भर था जब मैं थाईलैंड में रहता था. या मैं खाना बनाना सीखता या भूखा रहना कैसा महसूस होता है ये. मैंने खाना बनाने को चुना.
                                                                    अक्षय कुमार
6. “मैं अपने प्रशंसकों के लिए हर साल कम से कम एक एक्शन फिल्म ज़रूर करूँगा, यह उनसे मेरा वादा है।
अक्षय कुमार
7.  “मैं खुश हूँ कि मात्र एक शुक्रवार के बजाय मेरी फ़िल्में लगातार अच्छा प्रदर्शन करती हैं।
अक्षय कुमार

8. “मार्शल कला हमेशा मेरा पहला प्यार रहा है।
अक्षय कुमार
9. मैं हमेशा अपनी रस्सियों की जांच किसी भी स्टंट से पहले की है; मैं उन कारों का परिक्षण करता हूँ जिन्हें मुझे दौड़ना या उड़ाना होता है; आतिशबाजियों की सभी पूर्वाभ्यास में उपस्थित हु; और मैं सभी का क्रमवार तरीके से निरिक्षण करता हूँ. किसी भी आदमी को अपना जीवन किसी और के हाथ में नहीं सौपना चाहिए जबतक की उसने अपनी सुरक्षा सभी कोण से सुनिश्चित न कर ली हो.
10. पत्रकार मुझसे हमेशा पूछते है अक्षय क्या आप नंबर गेम में विश्वास करते है? मेरा सीधा जवाब होता है: मैं गिन नहीं सकता, इसी लिए मेरे निर्माता है और मुनीम जो मेरे लिए गिनते है. जब तक वे मेरी जिंदगी में है, मुझे नंबरों की चिंता करने की जरुरत नहीं है.
                       अक्षय कुमार
11. जब मैं 12 का था तो इंटों को हाथ से तोड़ सकता था.
                  अक्षय कुमार
12. मैं स्वाद लेता हूँ उस प्रशंसा और प्यार का जो मुझे मेरे प्रशंसकों से और परिवार में मेरे से बड़ों से मिलता है.
                  अक्षय कुमार
13. मैं कभी किसी फिल्म के बारे में दबाव नहीं महसूस करता हूँ. जो होना है वो होना है. मैंने सफलता और असफलता बहुत बार देख ली है.
अक्षय कुमार
14. “मैंने किसी फिल्म के बारे में कभी भी प्रेशर महसूस नहीं किया है, में हमेशा खुश ही खुश रहता हु।
अक्षय कुमार


15. “मैं देखता हु कि पिछले कुछ सालों में मैंने जिन्हें अपना दोस्त बनाया वे आज मेरा परिवार बन गए हैं, मेरे परिचित लोगों ने अपने अपने जीवन में बहुत कुछ हासिल किया है, उन्होंने मुझे प्रत्येक मुलाकात में कुछ न कुछ ज़रूर सिखाया।
अक्षय कुमार
16. जब आप बड़ी सफलता का स्वाद चखते है बड़ी असफलता का स्वाद चखने के बाद, तब बहुत राहत होती है.
अक्षय कुमार
17. “में खुश हु की एक अभिनेता के रूप में मेरे काम को पसंद किया जा रहा है, आज जब मेरी मेहनत को उचित स्थान है तोह मुझे इससे बहुत सुकून मिलता है।
अक्षय कुमार
18. “काम, काम है लेकिन मेरा परिवार जीवन के लिए हैं। यही है जो मेरे लिए सच में मायने रखता है।
अक्षय कुमार
19 काम; काम है, पर परिवार जीवन के लिए है. यही है जो मेरे लिए सच में माने रखता है.
अक्षय कुमार
20 . खाना बनाते समय मैं नियमों से नहीं चिपकता. मैं अपनी कल्पना पे निर्भर करता हूँ.
अक्षय कुमार
21. “मैंने कभी भी किसी कैंप या ग्रुप का भाग बनने में ट्रस्ट नहीं किया।
अक्षय कुमार

  

22. मैं सफलता का भूखा नहीं हूँ. मैं सिर्फ अच्छे काम का भूखा हूँ, और ऐसा ही ज्यादातर सुपरस्टार्स के साथ है. हर दिन मैं अपने आपको बताता हूँ की मैं कितना भाग्यशाली हूँ की मैं यहाँ हूँ जहा मैं आज हूँ.  

अक्षय कुमार

23 . ये मेरा लक्ष्य की युद्धकला को स्कुल में लड़कियों के लिए अनिवार्य कर दूँ. चीन में आपको युद्धकला में दो साल का प्रशिक्षण लेना होता है जिसके बिना आप एक स्नातक की डिग्री नहीं ले सकते


अक्षय कुमार
24 . कोई भी मेरे इतना करीब नहीं पंहुचा की वो मेरा इस्तेमाल या दुर्व्यवहार कर सके, और अगर वो पहुचे भी तो मैं इसके बारें में बहुत भावुक नहीं होता. मेरा परिवार एकलौती चीज है जिसके बारे में मैं कभी भावुक होता हूँ. मैं सभी के साथ दयालू हूँ पर मैं किसी पे भरोसा नहीं करता. ये मुझे चोट पहुचने से बचाता है.
अक्षय कुमार
25.  मैं खुश हूँ कि एक अभिनेता के रूप में मेरे काम को सराहा जा रहा है. आज,जब मेरे मेहनत को उचित स्थान मिलता है तो मुझे इससे काफी शुकून मिलता है.
अक्षय कुमार
26. युवावस्था एक जीवनशैली है; ये इश्वर का आशीर्वाद नहीं है. अगर हम अपने शरीरों के साथ ऐसे पेश आएंगे जैसे वो हमारी सबसे कीमती चीज हो तो स्पष्ट रूप से हम टूटे फूटे दिखेंगे. हम एक अच्छी जोड़ी जींस की तरह है. अगर हम उनकी देखभाल करते है, तो वो हमेशा क्लासिक बनी रहेगी, लेकिन अगर हम उन्हें कूटे और सही से इस्तेमाल करे तो वे एक फटे पुराने लत्ते की तरह लगने लगेगी

27. यह मुझे बहुत अनोखा लगता है कि 1940 के दशक में वापस जाकर उस पूरे युग को अपने कपड़ों, आवाज और भाषा के माध्यम से प्रदर्शित कर पाता हूँ. मैं बड़े लाइफ अभिनेता का रोल करते-करते अब थक गया हूँ.

28. मैं देखता हूँ कि पिछले कुछ वर्षों में मैंने जिन्हें अपना दोस्त बनाया वे आज मेरा परिवार बन गए हैं,अपने अपने जीवन में मेरे परिचित लोगों ने बहुत कुछ हासिल किया है, प्रत्येक मुलाकात में उन्होंने मुझे कुछ कुछ ज़रूर सिखाया.
Akshay Kumar अक्षय कुमार
29. मैंने अच्छा समय बिताया है थाई ग्रीन चिकन करी बनाने और खाने में.
30. ताली दोनों हाथों से बजती है. मैं पूरी तरह से अपने रिश्तों में क्या हुआ.इसके लिए खुद को दोषी नहीं ठहरा सकता.ये बातें खटास पैदा करती हैं, यदि ऐसा होता है तो दोनों पक्षों की वजह से न की सिर्फ मेरे कारण.


31.सुपरस्टार आते जाते रहेंगे. मैं ये सुनिश्चित करना चाहता हूँ की मैं हमेशा एक निर्माता का अभिनेता रहूँ. मैंने अच्छा कलाकार कहलाने को भले ही मना कर दिया होगा पर मैंने अपने जीवन में कभी भी अपने किसी निर्माता को समस्या में नहीं डाला है. इमानदारी हमेशा कैमरे में पकड़ी जाती है, और यही है जो मेरी शक्ति है.
अक्षय कुमार
32.हमेशा किसी film के लिए कुछ भी करने से पहले दो बार सोचे. ये करियर बदलने जैसा विचार लग सकता है, पर अपने परिवार और भविष्य के बारे में पहले सोच ले किसी भी तरह का जोखिम लेने से. अच्छी तरह से प्रशिक्षण ले, क्योकि मजबूत दिखना और मजबूत होना दो अलग बातें है.
अक्षय कुमार



1 टिप्पणियाँ:

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल बुधवार (20-12-2017) को "शीत की बयार है" (चर्चा अंक-2823) पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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