मेरे पिया गये रंगून वहां से किया मोबाइल फोन

  
               संचार एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को सूचनाएं एवं समझ विचारों एवं भावनाओ, पारस्परिक ज्ञान ,हस्तांरित करने की प्रकिया है । मनुष्य के जीवन में संचार का महत्वपूर्ण स्थान है क्योंकि व्यक्ति अपने जीवन का काफी समय संचार प्रक्रिया में व्यतीत करता है वह अपने मित्रों, रिश्तेदारों , सहपाठियों , कर्मचारियों, अफसरों से सम्प्रेषण करता है ।





                       
               हमारी बहुत सामाजिक आवश्यकता है आनंद ग्रहण करना , स्नेह करना, आराम करना इन सबको भी प्राप्त करने के लिए संचार आवश्यक है ।
              भोजन, वस्त्र एवं आवास की तरह संचार एक मौलिक आवश्यकता है अपने मन की भावनाओं की अभिव्यक्ति, समाज की निरंतरता बनाए रखने का एक माध्यम है संचार के बिना जीवन अर्थहीन है ।


लुई ए ऐलन ने कहा कि संचार एक व्यक्ति के मस्तिष्क को दूसरे व्यक्ति के मस्तिष्क से जोड़ने वाला पुल है ।
फ्रेड जी मेयर ने कहा है मानवीय विचारों और शब्दों का पत्रों , शब्दों एवं  के माध्यम से आदान प्रदान
सम्प्रेषण कहलाता है
चार्ल्स ऑल वुड ने कहा है सूचना ,विचारों और अभिव्यक्तियों को एक व्यक्ति से दुसरे व्यक्ति तक सम्प्रेषित करने की कला संचार है  




               आज हमारे पास अपनी बात दूसरे व्यक्ति तक पहुचाने के लिए बहुत सारे साधन है पलभर में ही एक छोटी सी सूचना हमे मिल जाती है दूर बैठे व्यक्ति को हम तुरंत देख लेते हैं उससे बाते करते हैं ।

                हमारे जीवन की डोर यही है कि हम अपनी बात किसी से कहे , किसी की सुने आपस में बातचीत करे , दूर बैठे व्यक्ति को नई तकनीक से जाने , जानकारियो का पिटारा खोले एवं सूचनाओं के सागर में गोते लगाए यह सब सम्प्रेषण के द्वारा ही संभव है ।


                प्राचीन काल में कबीलों में ढोल नगाड़ों बजाकर , मशाल या दीप जलाकर विभिन्न प्रकार की आवाजें निकालकर सन्देश भेजा जाता था प्राचीन ईसा सभ्यता में संचार का तरीका मजबूत व निराला था ये पत्थरों, पत्तों, छाल पर ,दीवालों पर , कपड़ों पर , ताम्रपत्र पर लिखकर संदेश देते थे । 

संचार के सात , सी ,
  •  विश्वसनीयता
  •  सन्दर्भ
  •  विषयवस्तु
  •  स्पष्टता
  •  निरंतरता
  •  माध्यम
  •  श्रोताओं की क्षमता 

संचार के रूप
  • वैयक्तिक संचार - दो व्यक्तियों के बीच सूचनाओं का आदान प्रदान वैयक्तिक संचार कहलाता है।
  • पारस्परिक संचार -इस संचार में ऐसे लोग आते है जिनके बीच अत्याधिक निकटता एवं आत्मीयता हो । जो मन की बात समझ जाते हो ।
  • सामूहिक संचार - जब व्यक्तियों के समूह किसी विशेष समस्या या विषय पर चर्चा करते हो सामूहिक संचार कहलाता है ।
  • सामाजिक संचार - विभिन्न धर्मावलम्बी एवं कार्यो के आधार पर सभी लोग  एक दूसरे से बाते करते हैं काम आते हैं ।
  • जन संचार - इस संचार के माध्यम से विविध सूचनाओं को बहुत बड़ी जनसंख्या तक पहुंचा सकते हैं।



संचार प्रक्रिया के अंग -

  • विचार idea - विचार किसी व्यक्ति के मस्तिष्क में उत्पन्न वास्तविकता का सरल रूप है प्रत्येक मौखिक या लिखित संवाद विचार से ही शुरू होता है।
  •  
  • प्रेषक sender सन्देश भेजने वाला व्यक्ति प्रेषक या सेंडर होता है ।
  •  
  • संदेश encoding भेजे गए विचार, सूचना , भावना या राय को संदेश कहते हैं । 
  •  
  • संकेतभाव gesture - किसी सन्देश को समझने की विधि को संकेतभाव कहते हैं । 
  •  
  • माध्यम medium - एक प्रेषक द्वारा प्राप्तकर्ता को संवाद जिस साधन द्वारा भेजा जाता है उसे माध्यम कहते हैं । 
  •  
  • प्राप्तकर्ता receiver - प्राप्तकर्ता वह व्यक्ति, समूह या संगठन होता है जो सन्देश प्राप्त करता है ।
  •  
  • विसंकेतन decoding - विसंकेतन वह मानसिक प्रक्रिया है जिसमें प्राप्तकर्ता सन्देश के शब्दों , संकेतो  के भाव को समझता है ।
  •  
  • प्रतिपुष्टि feedback - प्राप्तकर्ता सन्देश प्राप्त होने के बाद प्रतिक्रिया प्रकट करता है जिससे प्रेषक को यह मालूम हो जाता है की उसका सन्देश मिल गया है ।



                  संचार एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से दो व्यक्ति या अनेक व्यक्ति अपने विचारों का आदान प्रदान करते हैं ईमेल , फेसबुक, वाट्सप, मोबाइल फोन, एस एम एस ने आज सन्देश के कार्य को बहुत सरल कर दिया है । अगर हम अपनी बात दूसरों तक पहुचाएंगे नही तो तो सम्प्रेष्ण ही नहीं ज्ञान सूचनाये समस्त चीजे अधूरी रह जायेंगी आज जो हम एक दूसरे को तरह तरह की फोटोज , वीडियो व अन्य चीजे भेजते हैं वह संचार के कारण ही सम्भव है ।



0 टिप्पणियाँ:

एक टिप्पणी भेजें