मैंने अपने जीवन की पहली कविता तब लिखी जब मै केवल 12 साल की थी और वह कविता देशबंधु अखबार में प्रकाशित हुई थी उसे lalit surjan अंकल ने प्रकाशित किया था :कोपल कोकास
मच्छर जी
जान गंवाते मच्छर जी
नाली में रहते मच्छर जी
मलेरिया फैलाते मच्छर जी
सबको सताते मच्छर जी
कछुआ जलाओ जी मचलाए
अल आउट जलाओ जी घबराए
मच्छरदानी में घुस जाते मच्छर जी
कानो में गीत सुनाते मच्छर जी
खून पी जाते मच्छर जी
मच्छर जी भाई मच्छर जी.
(PUBLISHED IN "DESHBANDHU" BY LALIT SURJAN ON 12.01.2002)
मच्छर जी
जान गंवाते मच्छर जी
नाली में रहते मच्छर जी
मलेरिया फैलाते मच्छर जी
सबको सताते मच्छर जी
कछुआ जलाओ जी मचलाए
अल आउट जलाओ जी घबराए
मच्छरदानी में घुस जाते मच्छर जी
कानो में गीत सुनाते मच्छर जी
खून पी जाते मच्छर जी
मच्छर जी भाई मच्छर जी.
(PUBLISHED IN "DESHBANDHU" BY LALIT SURJAN ON 12.01.2002)