कोलोस्ट्रोल फ्री और स्टीविया वाला मूंग का हलवा





                      सबसे पहले यह मूंग दाल का हलवा मैंने जब में Bhsc कर रही थी तब बनाया था पहली बार अपने फाइनल इयर के प्रेक्टिकल एक्जाम में और हलवा इतना बढ़िया और स्वादिष्ट बना था की मेरा नाम अगले दिन सभी समाचार पत्रों में फोटो सहित आया था सभी टीचर्स ने मेरी और हलवे की बहुत तारीफ़ की थी क्योकि फाइनल प्रक्टिकल एग्जाम के पहले घर पर ही  मैंने हलवे की 1-2 बार प्रक्टिस की थी  
                         पर अब मैंने सोचा की लोग आजकल वही खाना ज्यादा पसंद करते है जो टेस्टी भी हो या जिसे खाकर सेहत भी बढ़िया रहे तो इसलिए  मैंने यह सेहत से भरपूर स्टीविया व कम घी कम मावे वाला हलवा अपने हाथ से रसोई में ट्राय किया है ।

                           मूंग दाल का स्टीविया वाला हलवा यह सेहत के लिए बहुत ज्यादा अच्छा है साधरण शक्कर से शुगर व अन्य बीमारियों का होने का डर रहता है पर स्टीविया से ना नुकसान ना बीमारियों का डर  । आप घी व मावे / खोवे की मात्रा कम ही रखें । जितना कम होगा घी व मावा कोलोस्ट्रोल उतना बढ़िया रहेगा ।
फिर बनाइये खाइये

सामग्री: 
मूंग की धुली दाल - 100 ग्राम

घी - 50 ग्राम

मावा -  50 ग्राम

स्टीविया - स्वादनुसार

काजू (छोटे छोटे टुकड़े में कटे हुए)

किशमिश जितनी आप लेना चाहे 

बादाम ( बारीक कटे हुए)

बनाने की विधि:
सबसे पहले मूंग की दाल को अच्छी तरह से धोकर 2-3 घंटे पानी में भिगो दें।
 दाल को पानी से निकाल कर बिना पानी डाले मिक्सी में अच्छे से पीस लें पर इसे ज्यादा बारीक ना करें।
अब कढ़ाई को गैस पर रखें और उसमें घी डालकर गर्म होने दें।
अब इसमें दाल डाल दें और कलछी से चला-चला कर 20-25 मिनट तक मध्यम आंच पर अच्छी तरह भूनें।
 दाल के अच्छे से भुन जाने के बाद इसे किसी अलग से किसी बरतन में निकाल कर रख लें।

अब कढ़ाई में मावा डालकर धीमी आंच पर भूनें और फिर इसे दाल में मिला दें।
1-2 साथ में काजू-किशमिश भी डाल दें। अब धीमी गैस पर हलवे को 5-7 मिनट तक भूनें और फिर गैस बंद कर दे ।


तैयार है स्टीविया वाला मूंग दाल का स्वादिष्ट हलवा ।


5 टिप्पणियाँ:

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
कोपल कोकास ने कहा…

शास्त्री जी बहुत धन्यवाद ।

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (08-09-2017) को "सत्यमेव जयते" (चर्चा अंक 2721) पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

संजय भास्‍कर ने कहा…

वाह्ह्ह....बहुत बढ़िया व्यंजन

कोपल कोकास ने कहा…

धन्यवाद भास्कर जी

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