एक बोरा शुगर एक बोरा लंबा जीवन



                  शरीर में Pancreas Gland से इन्सुलिन न बनने के कारण मधुमेह रोग पैदा होता है यह हारमोन शरीर में ली गई चीनी को पचा कर ऊर्जा में बदलता है और खून में ग्लूकोज की मात्रा एक निश्चित स्तर से ज्यादा नहीं बढ़ने देता बाकी बची हुई फालतू शुगर की मात्रा इन्सुलिन द्वारा ही ग्लैकोज में परिवर्तित करके पेट और मांसपेशियों में एकत्रित कर दी जाती है आमतौर पर खाली पेट में खून में शुगर का स्तर ८० से 120 मिली ग्राम प्रति 100 सी .सी के बीच होता है और खाना खाने के बाद यह स्तर 100 से 140 मिलीग्राम हो जाता है अक्सर यह रोग महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में , और 35 से ६० की उम्र वाले लोगो में ज्यादा होता है अगर आपके माता-पिता , दादा - दादी को शुगर हो तो उन्हें बचपन से ही इस तोग के प्रति जागरूक हो जाना चाहिए और समय -समय पर अपनी जांच करवाते रहना चाहिए Ι


डायबिटिक्‍स के व्यक्तियों को इस तरह बनायें अपना डाइट चार्ट बनाना चाहिए
  • रोगी को यदि डायबिटिक्‍स व ब्लडप्रेशर है तो उन्हें नियमित हॉस्पिटल जाकर शुगर और बीपी की जांच करानी चाहिए और अपनी एक डायरी बनानी चाहिए जिसमें दोनों की रीडिंग लिखनी चाहिए और आप जब भी अपने डॉक्टर के पास जाए अपनी डायरी अपने साथ लेकर जाए।
  • डायरी में लिखने का फायदा यह है की आप अपनी रीडिंग भूलेंगे नहीं कितनी नहीं होनी चाहिए कितनी होना चाहिए का अंदाज हो जाएगा Ι
  • जो दवाई आपको लेनी है अपने डॉक्टर से पूछकर एक निश्चित टाइम सोच ले और अपने मोबाइल आलार्म लगा ले जैसे ही आलार्म बजेगा आपको याद रहेगा की आपको दवाई लेनी है Ι
  • सबसे पहले बात यह बात बिलकुल ध्यान में रखे की आपको भोजन एक बार में नहीं थोड़ा - थोड़ा 4-5 बार में ले Ι
  • हमेशा अपने पर्स या आसपास चाकलेट या मीठी चीज जरुर रखे
  • खाली पेट ना रहे जो भोजन ले रहे है उसमें कमी लाए और नियमित रूप से व्यायाम करे Ι
  • डायबिटिक्‍स डाइट में ज्यादा फाइबर वाला भोजन लेना चाहिए जैसे मिक्स आटे की रोटी,  जई जैसे जटिल कार्बोहायड्रेट लेना चाहिए क्योकि वे खून के प्रवाह में धीरे धीरे मिलते है
  • गेहूं और जौ ,चना मिक्स आटे की चोकर के साथ में बनी चपाती भोजन में ले
  • डायबिटिक्‍स रोगियों को अपने खाने में सब्जियों में करेला, मेथी, सहजन, पालक, परवल, लौकी, मूली, फूलगोभी, ब्रोकली, टमाटर, बंदगोभी, टोफू, तुरई, बैगन, कालाचना
  •  फलीदार सब्जियां जैसे बीन्स,सेमी शिमला मिर्च हरी पत्तेदार सब्जियां लेना चाहिए और इन सब्जियों से बने सूप पीना चाहिए
  • तुलसी के बीज ,जैतून का तेल,अलसी,बादाम को लेना चाहिए
  • 1 कप बिना शक्कर की चाय साथ में 1 - 2 बिस्किट भी ले सकते हैं । 
  • दूध वाली की बजाय आप ग्रीन टी का सेवन करे यह भुत अच्छी होती है क्योकि इसमें Antioxidants Vitamin C और E से भी ज्यादा अच्छे होते है
  • काली चाय और ग्रीन टी दोनों ही बिना दूध और चीनी से ज्यादा लाभ मिलेगा Ι
  • 1 प्लेट उपमा या दलिया में सब्जियां मिक्स करके खाएं जैसे फूलगोभी  ,मटर, टमाटर,गाजर, पत्तागोभी या फूलगोभी, बिन्स आदि, आधी कटोरी अंकुरित अनाज, बिना मलाई वाले दूध के साथ कोर्नप्लेक्स भी ले सकते है
  • 1 छोटा छिलके सहित फल केवल 50 ग्राम का या 1 कप पतली छाछ बिना शक्कर की या फिर नींबू पानी । 
  • यदि आपको कमजोरी रहती है तो हरा कच्चा नारियल, अखरोट ,मूंगफली के दाने, काजू ,सोयाबीन , मटन का सूप, धी ,छाछ पिए Ι
  • 1 कटोरी सादी दाल, 1 कटोरी मलाईरहित दही, आधा कप सोयाबीन या पनीर की सब्जी, आधा कप हरी पत्तेदार सब्‍जी और कटोरा भर सलाद ।
  • डायबिटिक डाईट में चना दाल ,लहसून ,प्याज , अंकुरित डाले, सत्तू , बाजरा शामिल करे  
  •  मेथी दाना (बीज) 25 से 100 ग्राम तक रोज खाली पेट पानी के साथ लेना चाहिए यह शुगर को कंट्रोल करता है ।                  
  •  2 रोटी, 1 कटोरी दलिया, 1 कटोरी दाल, दही, सब्‍जी और सलाद ज्यादा खाना चाहिए । 
  •  मधुमह की रोगी को ज्यादा से ज्यादा ताजी हरी सब्जी खानी चाहिए Ι 
  •   खाने पर नहीं जीभ और इच्छा पर कंट्रोल रखे Ι


3 टिप्पणियाँ:

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार (09-10-2017) को
"जी.एस.टी. के भ्रष्टाचारी अवरोध" (चर्चा अंक 2751)
पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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करवाचौथ की
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

सुशील कुमार जोशी ने कहा…

सुन्दर पोस्ट।

सु-मन (Suman Kapoor) ने कहा…

बढ़िया

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