NO MEANS NO |
रोज बच्चों के साथ यौन शोषण हो रहा है रोज अखबार में न्यूज में यही सुनने और देखने मिलता है आज इस बच्चे के इस यौन शोषण हुआ है या किसी अनजान ने बच्चे के प्राइवेट पार्ट को गलत तरीके से छुआ है या उसके साथ छेड़छाड़ की है आज घर या स्कूल में किसी बच्चे के प्राइवेट पार्ट को छुआ उसके साथ गलत करने की कोशिश की है
बच्चो को उनके शरीर के साथ सही और गलत स्पर्श के बारे में बताना बेहद जरूरी है, क्योंकि यदि आप बच्चे को पहले से इनकी शिक्षा देंगे अलर्ट करेंगे तो आप कुछ गलत होने पर तुरंत गलत स्पर्श को पहचानकर उसके खिलाफ़ एक्शन ले सके इसके लिए अलावा अगर बच्चा 3 से 5 साल का हो तो हर 15 दिन और 5 साल से बड़ा हो तो महिने में एक बार गुड और बैड टच की बातों को समझाएं, इससे वो इन बातों को याद रखेगा और समझ भी जाएगा ।
- बैड टच की शुरूआत कई बार धीरे धीरे शुरू होती है जब बच्चा इसको समझता है तो वो डर के चलते या शर्म के चलते किसी से कह नहीं पाता।
- माता पिता का कई बार यह सोचकर बच्चे से यह बात नहीं कर पाते है की बच्चा छोटा है शायद ना समझ पाए असमंजस में रहते है की किस तरह बच्चे से इस टॉपिक पर बात करे ।
गलत स्पर्श |
- मम्मी पापा को अपने बच्चों को उसकी 4 साल के होते ही यह बताना और समझाना शुरू कर देना चाहिए की उसे किस व्यक्ति पर विशवास करना चाहिए किस व्यक्ति से नहीं करना चाहिए ।
- बच्चे को बताएं की किसी के साथ ना जाएं जब तक मम्मी पापा ना कहे ।
- कोई अनजान व्यक्ति कोई चीज खाने को दे तो नही लें । घर के लोगो से चीजें लेना अच्छी बात है ।
- आजकल टीवी पर यौन शोषण के रोज केसेस आते है जिन्हें बच्चे बड़े सभी देखते है ऐसे में टीवी न बंद करे बच्चे को इस माध्यम से भी गुड और बैड टच के बारे में बताएं ।
- बच्चों को अपना नाम मम्मी पापा का नाम , घर का पता महत्वपूर्ण फोन नम्बर याद जरुर कराएं ।
- बच्चे को यौन शोषण के बारे में बताने के पहले आप इससे जुड़े वीडियो फोटो देखे उसके बाद बच्चे को बैठाकर दिखाए तभी उसे इसकी जानकारी मिलेगी । बच्चे से वीडियो देखने के बाद जरुर पूछे की उसे क्या समझ आया ।
- आप घर में काम कर रहे और बच्चा घर के किसी पुरुष सदस्य के साथ है तो सर्तक रहे
- आप बच्चों को कहानी के जरिए गुड और बैड टच से अवगत करा सकती हैं। उन्हें सिंपल तरीके से समझाएं कि उन्हें यौन शोषण से कैसे बचकर रहना है। आप बच्चों को कहानी के तौर पर उन्हें आसपास के केस के बारे में भी बता सकती हैं।
- बच्चों को उनके कपड़ों और खिलौने से सही गलत स्पर्श के बारे में समझाया जा सकता है
- यदि आप वर्किग पेरंट्स है घर में और सदस्य नहीं है बच्चा घर में अकेला रहता है तो उसे अपनी सुरक्षा करना सीखाएं ।
- बच्चों को बैड और गुड टच में फर्क बताएं की जब मम्मी बेटी को नहलाती है और उस समय नुकसान पहुंचाए उसके प्राइवेट पार्ट को छूती है तो उसे बताएं की यह गुड टच है । केवल आपके मम्मी पापा ही देखते और टच करते हैं वो भी तब जब आपके कपड़ों को चेंज करना हो, नहलाना हो या उनको साफ करना हो। इसके अलावा कोई भी उनको टच करें तो यह गलत व्यवहार होता है, ऐसे में आप इस बात की जानकारी पेरेंट्स को दें या टिचर को इस बारे में बताएं ।
- बच्चे को बताएं की मम्मी पापा के अलावा कोई अनजान व्यक्ति , घर का कोई मेम्बर उसके प्राइवेट पार्ट को छूता है उसे नुकसान पहुंचाता है तो यह बैड टच है ।
- अपने बच्चों को उसके प्राइवेट पार्ट्स की पूरी जानकारी दी उन्हें यह बताएं उसके शरीर के अंग प्राइवेट है इसे छूने का हक किसी को नहीं है बच्चे अलर्ट हो जायेगे ।
- बच्चे को बताएं की अगर कोई उन्हें छूने की कोशिश करता है तो बच्चे को विरोध करना सिखाएं बच्चा यदि 5 साल का है तो उसे थोड़ा बहुत मार्शल आर्ट्स जरुर सिखाएं ।
- बच्चे को घर पर किस तरह विरोध करना है अपनी रक्षा कैसे करना है यह भी आप जरुर सिखाएं ।
- बच्चे में कोई भी बदलाव हो रहा है तो उसे आप गम्भीरता से ले ।
- बच्चे को बताएं की कोई गलत तरीके से टच करता है तो तुरंत मम्मी पापा को बताएं और उस व्यक्ति के पास से हट जाएं ।
- रोज बच्चे के साथ बैठकर आज स्कूल में क्या - क्या हुआ , किसके साथ जरुर पूछे ।
- बच्चों को शुरू से ही समझाएं की दादा , दादी , या पापा का किस करना , गले लगाना गुड टच है इससे उसे कोई नुकसान नहीं है ।
- बच्चे को बताएं की कमरे में ही कपड़े बदलना चाहिए यह गुड मैनर्स है । जब बच्चा बड़ हो जाए तो उसको किसी की गोदी में न बैठने दें और किसी को किस ना करने दें, इन नियमों का घर और बाहर सख्ती से पालन करने को कहें ।
- घर पर किसी ख़ास जगह पर जहाँ बच्चे की पहुँच हो वहां सभी महत्वपूर्ण नम्बर लिख दे ताकि जब जरूरत हो बच्चा आपको फोन करके सूचित कर सके ।
- हमेशा बच्चे की मम्मी पापा बनकर नहीं उसकी दोस्त बने तभी उसे गुड और बैड टच के बारे में समझा सकती है इस तरह आपके और बच्चे के बीच दोस्ती और विश्वास होगा ।
- बच्चे को प्रोत्साहित करे की वो हमेशा आपसे मन की सारी की बाते बिना डरे और बिना झिझके बताएं ।
- बच्चे को सिखाएं कि नो का मतलब है नो. बच्चे को बताएं कि वे अपने बॉडी पॉर्ट्स को टच करने के लिए नो ही कहेंगे. अगर फिर भी बच्चे के साथ गलत हो, तो उसे बताएं की वे डरे नहीं और मदद के लिए चिल्लाएं. उन्हें बताएं कि उनकी एक आवाज पर कितने लोग उनकी मदद के लिए पहुंच जाएंगे. बच्चे को ये भी बताएं कि वे परिस्थिति को देखें-समझें और किसी सेफ जगह पहुंचकर चिल्लाएं या अलार्म बजाएं. वे हवां से तेजी से भाग सकते हैं ।
- बच्चों को बताएं की बैड टच अगर कोई करें तो तुरंत रोने लगें या पास कोई पुलिस अकंल दिखें तो उसे सारी बात बताएं। इसके आलावा बिना बताए किसी के साथ ना जाएं, कहीं खाली पड़े घर या कंस्ट्रक्शन साइट के पास न खेले और स्कूल से हर रोज एक ही रास्ते से आएं, शार्टकट न लें ।
- बच्चे को बताएं की कोई अनजान आपसे कहे की बेटा आपके मम्मी पापा ने बुला रहे बच्चे को समझा दे आप स्वय आयेगे अगर आपको बुलाना होगा तो अनजान के साथ कहीं नहीं जाना है ।
- बच्चो में आत्मविश्वास जाएं उन्हें बताएं की आप सही हो तो डरो मत कोई बोलता है यह हमारे बीच का सीक्रेट है मम्मी पापा से नहीं बताना तो बेटा यह बात जरुर बताना मम्मी पापा आपसे बहुत प्यार करते है इसलिए अपने सारे सीक्रेट हमसे जरुर बताएं ।
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