हर व्यक्ति के जीवन में उसके दांतों का बहुत बड़ा महत्व होता है मोटी जैसे दांतों वाली एक मुस्कान जो सबके चेहरों पर मुस्कान लाती है तो इस मुस्कान को हमेशा बरकरार रखने के लिए अपने दांतों की और भी ध्यान देना जरूरी है बहुत से लोग ऐसे है इस दुनिया में जिनके वक्त से पहले ही दांत गिर जाते है और जब उनसे पूछा जाता है की अरे क्या हुआ आपके दांतों को तो यही सुनने मिलता है अरे क्या करें ध्यान नही दे पाए और डांट निकालने पड़े आप ये सोचिए की आपके एक - एक मोती जैसे दांत कितने कीमती है इसलिए बचपन से ही माता पिता हमें यही सिखाते है बेटा अच्छे से ब्रश करो अच्छे मुँह साफ़ करो , दांत मजबूत होना चाहिए , कोई कीड़ा नहीं लगना चाहिए ज्यादा मीठा , चोकलेट बिस्किट मत खाओ दांतों के लिए ध्यान रखो हर छ महीने में दाँतों की जांच कराओ सब समझा वे क्यों कहते है क्योंकि डांट एक ऐसी चीज है हमारे शरीर की जो हमें सिर्फ एक बार मिलती है और अगर वो ही सड जाए या टूट जाए हम उनके लिए ध्यान ना रखें तो वे वक्त से पहले ही हमारा साथ छोड़ देंगे जिन्हें हमें जीवनभर चलाना है मेरे मम्मी - पापा मेरे डॉक्टर भी मुझे कहते है ध्यान देते रहना चाहिए क्योंकि अगर हम ध्यान नहीं देंगे तो सड़ने का या दांतो के ना होने का दर्द बहुत कष्टदायक होता है जिसे आप केवल दवाई लेकर ठीक नहीं कर सकते है ।
एक कहावत है जो आपने सुनी होगी की
जब चना रहता है खाने के लिए तो डांट नही रहते
जब डांट रहते है तो चना नहीं रहता है
चेहरे पर मुस्कान हो, तो आपका व्यक्तित्व निखरकर सामने आता है। लेकिन, अगर आपके दांत साफ नहीं होंगे तो आपकी मुस्कुराहट शर्मिंदगी का कारण बन सकती है। लेकिन, जरा सी मेहनत और देखभाल आपके चेहरे पर ला सकती है एक मुस्कान और आपके व्यक्तित्व में लगा सकती है चार चांद।
कुछ भी खाएं या पिएँ तो उसके तुरंत बाद जाकर ब्रश में थोड़ा सा पेस्ट लेकर दांतों को अच्छी तरह से साफ करना न भूलें। ऐसा करने से दांतों में फंसी खाद्य वस्तुएं निकल जाएंगी। आप चाहें तो मुंह को साफ बनाएं रखने के लिए माउथवॉश का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. साथ ही कैफीन उत्पाद, जैसे कॉफी और चाय , हल्दी ज्यादा कड़क चीजें ना खाएं ,
ज्यादा ठंडा ना ज्यादा गर्म का सेवन कम करें
अगर आपको सफेद और मजबूत दांत चाहिए, तो इसके लिए अपने दांतों की दिन में दो बार नींबू के रस की मालिश करें। इसके लिए थोड़े से सरसों के तेल और नमक में नींबू का रस मिलाकर 3-5 मिनट तक दांतो को साफ करें। इसके बाद ब्रश कर लें। दांत तथा मसूड़ें, दोनों मजबूत हो जाएंगे।
आप पाने टूथब्रश को हर 6 महीने में जरुर बदल दें. क्योंकि टूथब्रश लगातार प्रयोग करते हुए गिस जाते है उनकी ग्रिप यानी की पकड़ कमजोर हो जाती है और वे दांतों को अच्छे से साफ़ नहीं कर पाते है दांतों के बीच खाने को न भरा रहना दें, ।
दांतों के लिए कोई भी मीठी खाद्य सामग्री, नुकसानदायक होती है. कैंडी, टॉफी, चॉकलेट या बिस्कुट आदि का सेवन करने से दांतों में कीडे लगने का डर बना रहता है. छोटे बच्चों को उनके बचपन से ही चोकलेट ,बिस्किट ,
कैंडी बिलकुल ना दे मेरे जो दांतों के डॉक्टर है डॉ .नितिन वैद्य वे अपने बच्चों बिलकुल चोकलेट ,कैंडी खाने नहीं देते उनके बच्चे रोते जिद करते है पर वे उन्हें नहीं देते क्योंकि वे जानते है जो चीज दांतों के लिए बुरी है तो मतलब बुरी है जिद बुरी है तो है मगर उसका इस्तेमाल भी तो नुकसान कर सकता है खाने में हर चीज अच्छी लगती है मगर जब नुक्सान पहुँचाने वाली हो वही चीज तो ऐसी चीज बच्चों को बिलकुल ना दे मैंने देखा है सभी माता पिता लाड़ में अपने बच्चों को चोकलेट ,
कैंडी खाने दे देते है पर बाद में जब कीड़े लग जाते है या दांतों को नुकसान पहुंचने लगता है तो वही माता पिता अपने बच्चे के दांत के लिए हजारों रुपे खर्च करके उसका इलाज करवाते है बात ये नहीं है कितने पैसे लग रहे है बात ये है की उस बच्चे के दांतों को नुकसान कितना हो रहा है माता पिता अपने लाड़ में अपने हांथो से बच्चों के दांतो को बेकार कर देते है बात भले ही बुरी लगे बच्चा जिद कर रहा है करने दीजिए आप सख्त रहकर उसकी जिद को अनदेखा करे और उसके भविष्य के लिए उसके दांतों को बचाइए क्योंकि अगर आप ही ये चोकलेट ,
कैंडी नाम के जहर उसे देंगे तो कल उसके दांत के कीड़े जर्म्स उसके दांतों के लिए जहर बन जायेंगे ।
अगर आपके दांत पीले दिखते हैं तो किसी अच्छे पेस्ट का इस्तेमाल करें. बेकिंग पाउडर से दांतों को साफ कर लें. टूथपेस्ट की बजाय सरसों के तेल और नमक से दांतों को साफ करें. हर महीने किसी अच्छे दंत चिकित्सक को दिखाना चाहिए, चाहें दांतों में कोई समस्या हो या नहीं. इससे आपके दांत स्वस्थ बने रहेंगे और उनकी चमक भी बनी रहेगी. क्योंकि दांतों का गंदा दिखना, पूरी पर्सनालिटी पर बुरा असर डालता है ।
कई दंत चिकित्सकों का मानना है कि फ्लॉसिंग प्लाक और दांतों के बीच भोजन को हटाने, मसूड़े की सूजन और रोग के जोखिम को कम करने तथा दांत क्षय के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। इसलिए जो लोग मसूड़े को स्वस्थ्य रखना चाहते हैं, उन्हें एक दिन में कम से कम एक बार फ्लॉसिंग जरूर करना चाहिए। इसे आप रात, सुबह या दोपहर में कर सकते हैं ।
मसूड़ों को सेहतमंद रखने के नियमित रूप से दांत की सफाई कीजिए। मसूड़े मजबूर रहंगे तो डांट भी मजबूत रहंगे आपका दंत चिकित्सक जल्दी मसूड़े के रोग के लक्षणों का पता लगा सकता है। इससे पहले कि वे अधिक गंभीर हो जाएं, इसका इलाज किया जाना बहुत ही जरूरी है। दांत की सफाई से न केवल आपको पट्टिका से छुटकारा मिल सकता है बल्कि इससे मसूड़े स्वस्थ्य भी रहते हैं ।
धूम्रपान आपके स्वास्थ्य के लिए बुरा है। धूम्रपान शरीर के लगभग हर अंग को हानि पहुँचाता है। धूम्रपान छोड़ना एक सबसे महत्वपूर्ण कदम है, जो आपके दिल के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। यदि आप अपने मसूड़ों को ठीक करना चाहते हैं, तो आपको धूम्रपान करना छोड़ना होगा, क्योंकि यह भी कहीं न कहीं मसूड़ों के रोग का कारण बन सकता है ।
माउथवॉश दांतों को चमकदार और साफ बना देता है। मुंह से आने वाली बदबू आपके पर्सनलिटी के लिए खतरा होती है क्यों कि मुंह से बदबू आने पर लोग आपके पास नहीं आते। इसके लिए आप एक चिकित्सीय माउथवैश का प्रयोग करें। चिकित्सीय माउथवैश दांत पट्टिका को कम करने, मसूड़े की सूजन को रोकने या कम करने में मदद कर सकता है। यह आपके मुंह से भोजन कणों और मलबे को हटाने में मदद करता है, हालांकि यह फ्लॉसिंग या ब्रशिंग के लिए विकल्प नहीं है ।
ज्यादातर व्यक्ति रात को खाना खाने के बाद ब्रश नहीं करता, जिससे मसूड़ों में गंदगी रह जाती है। एक नियम बनाएं रात को बिना ब्रश किए बिस्तर पर नहीं जायेंगे क्योंकि दांतों में ज्यादातर जर्म्स कीड़े रात में ही हमला करते है ऐसे में मसूड़ों से खून आने लगता है। मसूड़ों की परेशानी से बचने के लिए दिन में दो बार ब्रश कीजिए। इससे आपके दांतों और मसूड़ों के बीच फंसे भोजन और प्लाक को हटाने में मदद मिलती है। इस बात का ध्यान दीजिए कि आपका टूथब्रश बहुत ही मुलायम हो ।
बहुत से टूथपेस्ट मसूड़े की सूजन को कम करने, सांस को ताज़ा करने और दांतों को सफेद करने का दावा करते हैं। आप कैसे जानते हैं कि स्वस्थ मसूड़ों के लिए सबसे अच्छा विकल्प कौन सा है? फ्लोराइड वाले टूथपेस्ट का चयन करना सुनिश्चित करें। मसूड़ों को सेहतमंद रखने के लिए विशेषज्ञों का कहना है कि फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट का इस्तेमाल करना चाहिए ।
इस दुनिया में बहुत सारे लोग है जो कहते है अरे टूट जायंगे तो नये लग जायेंगे पर जो चीज आपके शरीर की आपके जीवन के शुरुआत से आपको मिली है उसके जैसे चाहे निकली लगवा ले पर जो चीज परमानेंट होती है उसके जैसा निकली नहीं हो सकता है या तो सेट नही होगा या फिर वो आनन्द नही मिलेगा जो परमानेंट से मिलता था ।
अपने दांतों के स्वयं दुश्मन ना बने वक्त भी वक्त देता है सम्हलने और ध्यान के लिए क्योंकि जब वक्त निकल जाता है तो बहुत देर होने के बाद लापरवाही का नुकसान बहुत बुरा होता है कोशिश कीजिए आपको डॉक्टर के पास दर्द होने पर ना जाना पड़े ,
हम कितने सारे विज्ञापन देखते है कितना कुछ पढ़ते है , कितना कुछ सुनते है दांतों के लिए फिर हम उस बेचारे दांत का ध्यान नहीं रखते और जब नुकसान हो जाता है तब हम सोचते है कि काश हम ध्यान रख लेते तो ऐसा ही सोचकर ध्यान रखें दांत को नुक्सान पहुंच रहा है
अगर आपको अपनी जीवन के अंत तक दांतों के साथ मुस्कान चाहिए तो अपने दांतों का ध्यान रखिए । आपके दांत आपका साथ उम्र से पहले छोड़ जायेंगे।
1 टिप्पणियाँ:
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार (15-01-2018) को "डोर पर लहराती पतंगें" (चर्चा अंक-2849)) पर भी होगी।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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हर्षोंल्लास के पर्व लोहड़ी और मकर संक्रान्ति की
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
राधातिवारी (राधेश्याम)
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