स्वयं को व्यस्त कैसे रखें



      स्वयं को व्यस्त रखना कोई ना कोई काम करना बहुत जरूरी है मैं यह नहीं कह रही हूँ कि कोई नौकरी ही करें । औऱ भी कई ऑप्शनस है जिन्हें अपनाकर हम अपने को व्यस्त भी रख सकते हैं और अपने खाली टाइम की बोरियत दूर कर सकते हैं ।

     मैं तो कहती हूँ कि व्यक्ति को कोई रचनात्मक काम जरूर करना चाहिए क्योंकि पागल या सिजोफ्रेनिया में रोगी वहीं व्यक्ति होते हैं जो कोई रचनात्मक काम नहीं करते औऱ लगातार सोचने रहने की वजह से पागल हो जाते हैं। या फिर अन्य कोई बीमारी उन्हें घेर लेती है ।


आप व्यस्त भी रहे बीमारी ना हो औऱ किसी रचनात्मक कार्य से जुडे रहे तो इसके लिए कीजिए ये काम ।

1 पसन्द सभी की अलग होती है काम करने का तरीका अलग होता है इसलिए जो भी काम करे वह आपकी पसंद का हो औऱ उसे पूरी लगन से मेहनत और जोश से करे ।

2 अगर आप पढ़ने के शौकीन हैं तो आप किताब पढ़ सकते हैं

3 लेखन में रुचि है तो आप अपनी स्वंय की रचनाएं लिख सकते है कविता, कहानी, गद्य , नाटक लिख सकते हैं ।

4 हां आप ब्लॉग पर भी लिख सकते हैं ।

5 अपना एक वेब पेज बना सकते हैं ।

6 बागवानी का शौक है तो आप पेड़ पौधे लगाकर उनकी देखभाल कर सकते हैं ।

7 अगर आपकी गीत संगीत में रुचि है तो आप गाना भी गा सकते हैं ।

8 किसी खास खेल में रुचि है तो आप खाली समय में अपनी पसंद का खेल खेले

9 अगर आपको कुकिंग में महारत हासिल है तो तरह - तरह के डिश बनाए ।

10 अगर आप पेंटिंग बनाने में रुचि रखते हैं तो रंगों से खेलिए

11 किसी व्यक्ति को कढ़ाई में किसी बुनाई किसी को सिलाई में रुचि रहती है तो आप ये सब भी कर सकते हैं ।

12 कोई क्रिएटिव वर्क जैसे घर में कुछ ऐसी चीज़े होती है जो वेस्ट होती है उन्हें एक आकार दे सकते हैं ।

13 ट्रेवलिंग के शौकीन हैं तो अकेले सोलो ट्रिप पर कहीं भी घूमने जा सकते हैं ।

14 आप अकेले हैं तो टीवी , मोबाइल या फोन पर अपनी पसंद की फिल्में देख सकते हैं ।

15 स्वयं के अकेलेपन को दूर करने के लिए आप मित्र बना लीजिए उनसे बातें कीजिए ।

16 अच्छे विचार पढ़िए जो मन में सकारात्मक सोच पैदा करे ।

17 यदि आप बीमार है तो लोगों से अपने विचार शेयर कीजिए ।

18 डांस कीजिए जुम्बा या एरोबिक्स क्लास ज्वाइन कर सकते हैं

19 अपने घर को अपनी पसंद से सजाइये

20 बगीचे में हरी भरी हरियाली जहां पर हो वहां घूमिए ।

मैंने अपनी पसंद के कुछ टिप्स बताए हैं ताकि बहुत सारे लोग जो खाली बैठे रहते हैं और किसी न किसी बीमारी से ग्रसित हो जाते हैं ।

दरासल बहुत मानसिक रोग भी सिर्फ इसलिए होते हैं क्योंकि रोगी व्यक्ति खाली बैठकर सिर्फ अपनी बीमारी के बारे में सोचता है । आप स्वंय को किसी मानसिक रोग होने से बचा सकते हैं । अगर आप कोई रचनात्मक काम करते हैं तो बच सकते हैं मनोरोगी बनने से ।

इसके अलावा आपकी जिस चीज़ में रुचि आप अपनी पसंद का वह काम भी कर सकते हैं ।

क्योंकि वो कहते हैं ना जुमला की
खाली दिमाग शैतान का घर होता है
स्वंय के दिमाग को अच्छे कामों में सक्रिय रखें शैतान का घर ना बनाएं ।








10 टिप्पणियाँ:

Archana Shrivastava ने कहा…

बढ़िया लेख है कोपल सकारात्मक सोच लिये हुए ।मनुष्य अच्छा सोचे,अच्छा बने क्योंकि मन के हारे हार है मन के जीते जीत ।

Unknown ने कहा…

बिल्कुल सही कहा कोपल।इंसान को हर वक्त अपने आपको व्यस्त रखना चाहिए।व्यस्तता शारीरिक व मानसिक दोनों ही स्थितियों में फायदेमंद है हमें तो जब बहुत गुस्सा आता है ,मूड ऑफ रहता हैया बहुत दुखी होते है। उस वक्त अपने आपको बहुत व्यस्त रखने की कोशिश करते हैं ।थोड़ी देर बाद सामान्य हो जाते हैं और कोशिश रहती है कि अकेले रहें। अच्छा और सही लिखा बेटा। बहुत बहुत शुभकामनाएँ

Unknown ने कहा…

बिल्कुल सही कहा कोपल।इंसान को हर वक्त अपने आपको व्यस्त रखना चाहिए।व्यस्तता शारीरिक व मानसिक दोनों ही स्थितियों में फायदेमंद है हमें तो जब बहुत गुस्सा आता है ,मूड ऑफ रहता हैया बहुत दुखी होते है। उस वक्त अपने आपको बहुत व्यस्त रखने की कोशिश करते हैं ।थोड़ी देर बाद सामान्य हो जाते हैं और कोशिश रहती है कि अकेले रहें। अच्छा और सही लिखा बेटा। बहुत बहुत शुभकामनाएँ

डॉ निरुपमा वर्मा ने कहा…

सकारात्मक सोच रखना ही चाहिए । उत्तम लेख । मैंने भी इस विषय पर लिखा है । बधाई कोपल जी

डॉ निरुपमा वर्मा ने कहा…

सकारात्मक सोच रखना ही चाहिए । उत्तम लेख । मैंने भी इस विषय पर लिखा है । बधाई कोपल जी

कोपल कोकास ने कहा…

धन्यवाद निरुपमा जी

कोपल कोकास ने कहा…

धन्यवाद नीलिमा आँटी जी

कोपल कोकास ने कहा…

धन्यवाद अर्चना आँटी जी

Vandana KL Grover ने कहा…

नन्हीं कोपल की बड़ी बात और काबिले-गौर बात ..

कोपल कोकास ने कहा…

धन्यवाद वन्दना जी

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