क्या आप सोच सकते हैं एक साल का व्यक्ति के लिए महत्व हो सकता है

     

              पाठकों 2017 का साल बस खत्म होने वाला है और 2018 का नया साल शुरू हो रहा है पुराना साल जो फिर कभी लौटेगा नहीं जो सिर्फ हमारी याद में रहेगा की हाँ वो २०१७ का साल था जिसमें यह - यह घटनाएँ हुई थी चाहे वो सुखद हो या दूखद  हम सोचते है बस नया साल शुरू हो रहा है । नए और बीते साल के लिए बहुत कुछ सोचा जा सकता है क्या आप सोच सकते है एक व्यक्ति के लिए चाहे वो कोई आदमी हो या कोई महिला के लिए एक बीते साल और नये साल का क्या महत्व होगा एक नया दिन , नई सुबह नया साल , सब नया हर चीज की एक नई शुरुआत हर तरफ खुशी सबके चेहरों पर नये साल के खुशी की नई मुस्कुराहट के साथ नए साल का सुंदर आगमन . नए साल का नया जश्न नए कपड़े पहनकर अपने परिवार , मित्रों के साथ पार्टी मनाना , खाना पीना मौज मस्ती करना डांस करना , अच्छा खाना पीना क्या बस यही है नये साल का महत्व एक इंसान के लिए या और भी बहुत कुछ नये साल और बीते साल का महत्व ।
          किसी के लिए सुख का साल होगा , किसी के लिए दुःख रहा साल होगा ,किसी ने कुछ पाया होगा ,किसी ने कुछ खो दिया होगा , सोच सकते है किसी को नयी छत मिली होगी तो किसी के सर से छत छीन गई होगी , किसी को नया जीवनसाथी मिला होगा , तो कहीं जीवनसाथी का साथ छूट गया होगा , कोई महिला नए साल नये महीने के शुरू होने पर दुनिया भर के हिसाब किताब में लगी होगी , तो कोई ऐसा भी होगा जिसके पास इन हिसाबों के लिए वक्त ही नही , किसी परिवार में नई जिन्दगी ने जन्म लिया होगा तो कहीं किसी परिवार के बच्चे से उसका परिवार छ्हीं गया होगा , कहीं कोई नये साल के आगमन के उत्सव में खुशियाँ मना रहा होगा तो कहीं किसी के जीवन से उसके उत्सवों का कारण खत्म हो गया होगा , कहीं कोई नौकरी की तलाश में दर ब दर भटक रहा होगा तो कहीं कोई व्यक्ति नई  नौकरी में खुश होकर काम कर रहा होगा ।
           कोई माँ से उसके बच्चे छीन गये होंगे वो रोती बिलखती दुखों वाला जीवन जी रही होगी तो कंही कोई माँ कई एक नई जिन्दगी को जन्म दे रही होगी , कंही कोई ऐसा भी होगा जो माँ उनके जीवन का आधार स्तम्भ थी उन बच्चों से उनकी माँ उनका साथ छूट गया होगा , कोई ऐसी भी नई दुल्हन होगी जिसने अपने पिया संग सपने देखने शुरू किये हो जिसका नया संसार ही बस शुरू हुआ हो उसका साथी उसे एक ऐसा जीवन का आईना देकर छोड़ गया हो जिसमें बस उसके बिना उस दुल्हन को जीना सीखना होगा जिसके बिना उसके जीवन का अर्थ खत्म हो गया उनका जीवन एक ऐसी राह पर चलना शुरू होगा आने वाले नये कल के बारे में सपने या हकीकत में सोचा नहीं होगा , कहीं कोई ऐसा भी होगा जो सुबह अपने परिवार से मिलकर नौकरी करने अपनी पहचान बनाने निकला हो और फिर लौटा तो उसकी मौत से परिवार पर दुःख का पहाड़ टूट हो गया हो , क्या आप सोच सकते है कहीं कोई ऐसा भी होगा जो तिनका - तिनका जोड़कर नया घर बना रहा होगा जिसे अपने आने वाले कल का पता ना हो की वह रह पायेगा ना ही अपने सपनों के आशियाने में , कोई ऐसा भी होगा जिसके रहने के लिए घर ना होगा , कहीं कोई डर रहा होगा किसी तूफ़ान से तो कोई लड़कर हमला करते हुए सामना कर रहा होगा , कोई कहीं स्टूडेंट ऊँची पढ़ाई कर रहा होगा तो कहीं किसी से उसकी पढ़ने का हक नहीं मिल रहा होगा ।
           किसी ने सोचा होगा कहीं कोई माता पिता अपनी संतान जिसे पौधे की तरह पाल पोसकर बड़ा किया उसे विदा करके उसके नये संसार के नये सफर की खुशियों में खुश हो रहा होगा तो कहीं कोई ऐसे भी कोई माता पिता होंगे जिनसे जिन्दगी के बीच सफर उनके पौधा टूट गया हो उस माता पिता के सपनों को कोई दुर्घटना कुचल गई हो , क्या सोच सकते है आप की किसी नौजवान के जीवन को सुंदर बनाने के लिए रोज माता पिता अपने आपको मेहनत की आग में तपाकर उसके जीवन के लिए खुशियाँ जोड़ रहे होगे , तो कही कोई ऐसा भी होगा जो माता पिता की मेहनत को हवा में उड़ा कर अपना जीवन उनके सपनों को बर्बाद कर रहा होगा ,
          क्या आप सोच सकते है किसी स्त्री दहेज़ की आग में झुलस गई होगी तो कही कोई शारीरिक दुर्व्यवहार का तो किसी दुर्घटना का शिकार हो रही होगी , तो कहीं किसी को नया प्यार मिल रहा होगा ,किसी ने सोचा है कहीं कोई वृध्दावस्था के पायदान पर कदम रख रहा होगा , कोई अपनी वृध्दावस्था के अंतिम क्षणों को अपने बच्चों के संग सुकून के साथ बिता कर रहा होगा , तो कंही कोई ऐसा भी वृध्द होगा जो वृद्धावस्था के कठिन दिनों में वृधाश्रम में आँसू बहाकर अपने बच्चों को याद करता हुआ अपनी मौत का इन्तजार कर रहा होगा ।
          क्या आप सोच सकते है किसी शहर में ऐसा भी कोई होगा जो अपने माँ - पिता अपने भाई अपनी पत्नी से दूर रहकर उनके लिए काम कर रहा होगा उनके पास जाने के इंतजार में रोज नौकरी की चुनौतियों का सामना कर रहा होगा तो कहीं कोई ऐसा भी होगा जो अपने परिवार के साथ किसी खुशी में जश्न मना रहा होगा , कोई ऐसा भी हो सकता है जो पल - पल अस्पताल में किसी बीमारी में रोज थोड़ा - थोड़ा जीवन से थोड़ी - थोड़ी साँसों के उधार पर चल रहा होगा कोई ऐसा भी होगा जो अभी - अभी किसी लम्बी बीमारी से उठकर फिर जीना शुरू कर रहा हो , कोई ऐसा भेई व्यक्ति हो सकता है जिसे यह पता नहीं होगा आने वाला कल वो देखा नहीं पायेंगा अपने परिवार के सुख - दुःख उनके साथ खड़ा नहीं रह पायेगा , कहीं कोई ऐसा भी होगा जो अकेलेपन में अपने जीवन की कसौटियों से रोज सामना करते हुए घुट घुटकर में रह रहा होगा , तो कोई ऐसा भी होगा जिसके लिए अकेलापन एक खुशी , नया सृजन , हर रोज अपने तरीके से जी रहा होगा । कोई माता पिता रोज अपने बेटी बेटों जो बाहर पढ़ने या नौकरी करने गए हुओ के घर आने के इंतजार कर रहे होंगें तो कहीं कोई माता पिता अपने बच्चों को आंखों में दुख और खुशी से बाहर भेज रहे होंगे ।
       कोई ऐसा भी होगा जिसके पास खाने से पहनने ओढ़ने की हर चीज बहुत - बहुत हो कोई कमी ना होगी , तो कोई ऐसा भी हो जिसके पास ये सारी सुविधाएं ही ना हो जो अपनी गरीबी में ही अपने परिवार और अपना गुजारा कर रहा हो उसके जीवन में गरीबी कम करना परिवार के दुःख दूर करना उसका पहला मकसद होगी , क्या आप सोच सकते है कोई ऐसा भी होगा जिसे नया साल के अर्थ पता नहीं होगे ये होता क्या है नया पुराना उसके लिए एक बराबर होते होंगे , कोई ऐसा भी होगा रात में सोया तो सुबह के सूरज के साथ उसके दिन की शुरुआत ही नही होगी कोई ऐसा भी जिसके पास दिन से रात तक बहुत से काम होगे उसके लिए दिन रात का महत्व मतलब काम होगा । कहीं कोई मेरी तरह भी होगी जिसे उनके जीवनसाथी दूर होंगे और उनके आने का इंतजार कर रही होगी कोई प्यारी को अब तक पता नहीं होगा जीवनसाथी का अर्थ क्या होता है । कोई किसी नया जीवन बनकर उसका जीवन सजा रहा होगा तो उसी पल के जीवन से जीवन को सुंदर बनाने वाला उसे कष्ट पहुंचा रहा होगा जो उसके जीवन की ख़ुशी उसकी पत्नी है । कोई ऐसा भी होगा जो एक अजनबी शहर से अपने घर अपने शहर अपनों में वापस जाने के इंतजार में रोज एक-एक दिन गिन रहा होगा तो कहीं कोई अजनबी शहर में अपनी नई दुनिया की शुरुआत कर रहा होगा ।
एक दिन , एक पल उस और पल में कितना कुछ समाया हुआ है सोचे तो ज़रा जीवन की घटनाएं सिर्फ एक टुकड़ा नहीं है जिंदगी का बल्कि इनका जो महत्व है कुल मिलाकर दोस्तों यही है जिंदगी जिसमें हर एक इंसान के साथ बहुत कुछ घटित होता है । जो घट गया ना जीवन का सबसे मजबूत पल बस उसमें ही चला गया हम सोचते है एक पल ही तो है वापस आ जायेगा । यही सत्य है जीवन में बहुत कुछ घटता है सुखद दुखद और एक इंसान के लिए वह बहुत कुछ है जो दोबारा दस्तक जीवन में नहीं देते बल्कि वे घटनाएं , वे पल वो सब कुछ जो घटित हुआ है वो हमारे मस्तिष्क की मेमोरी से हमें याद दिलाकर बार बार याद हमारे जीवन मे रुके हुए वक़्त की तरह मन में अटके से पड़े रहते हैं और एक व्यक्ति उन्हीं में उलझा हुआ सा बाहर नहीं आ पाता है ।
ये जीवन जिसे हम रोज जीते हैं जिसमें बहुत कुछ व्यतीत होता है एक ही दिन में कहीं कोई हंसता कोई रोता विलापता , कोई खुशी में खुश होता हैं तो कहीं कोई और किसी भावना में लिप्त रहता है ।

हम सोचते है अपने विचारों में एक साल ही तो है
एक साल बीत गया है और नया आने वाला है
हम सोचते है अपने विचारों में एक नया दिन ही तो है
किसी के जीवन में कितना कुछ बीता होगा बीते सालों में
हम सोचते है अपने विचारों में एक जीवन ही तो है ।।
किसी के लिए क्या होगा महत्व जीवन के बीते सालों में
नया साल आ गया है फिर एक साल बीतने वाला है ।।
किसी ने सोचा नहीं होगा नए रंग का
हम सोचते है क्या है रंग ही तो है ।।
एक दुःख एक सुख ही तो है
किसी ने सोचा नही इसका महत्व क्या है ।।

दरअसल हम सोचते तो है साल के महत्व के बारे में पर इतनी गहराई से एक - एक चीज को लेकर नहीं सोचते ना है । हम सोचे तो पाएंगे की हां हमारी अपनी जिंदगी में एक साल में बहुत कुछ होता है ।

आप सभी पाठकों को नए साल की बहुत सारी बधाइयां आने वाला साल आपके जीवन में ढेर सारी खुशियों के रंग लेकर आये ये मेरी शुभकामना है ।

कमेंट कीजिए और अपनी भावनाएं बताइएं क्या आप क्या सोच सकते हैं ।

नन्ही कोपल

11 टिप्पणियाँ:

शरद कोकास ने कहा…

साल समय का एक हिस्सा होता है किसीं के लिए अच्छा किसीं के लिए बुरा । लेकिन यह सोचना बहुत ज़रूरी है । नए साल के लिए यह सोच जारी रहे शुभकामना शुभाशीष ।

कोपल कोकास ने कहा…

धन्यवाद पापा आपके आशीष की जीवन के हर मोड़ पर जरूरत है । यह सोच हमेशा आगे बढ़ती रहेगी ।

सत्यनारायण पटेल, कहानीकार, उपन्यासकार, इन्दौर ने कहा…

वाह, बहुत सुन्दर

कोपल कोकास ने कहा…

सादर धन्यवाद सत्यनारायण जी

angada ने कहा…

बहुत अच्छी अभिव्यक्ति,सच ये जाने वाला साल कितनो को दुख देकर जा रहा है और कितनो को सुख का दुशाला देकर जा रहा है,लेकिन शायद इसी का नाम ज़िन्दगी है,खुश रहो और यूही लिखती रहो,शुभकामनाये

कोपल कोकास ने कहा…

धन्यवाद angada ji

Unknown ने कहा…

आपकी लेखनी में गंभीरता है ।
काल चक्र की गति निश्चित है ।
सभी को जितना सम्भव हो उसके तालमेल बनाना जरुरी होता है ।
तमाम दुःख और सुख जीवन का हिस्सा है ।
हमें निडरता से जीवन को जीना चाहिये ।
जितना सुख हम अपनी दुनिया में अपने आस पास के लोगो को देंगे , उससे दुगनी खुशियाँ लौट कर आती हैं ।

पल पल आता है , जो आता है वह जाता भी है ,
जो जाता है ,वह वापस नहीं आता है ।

बधाई ।
इसी तरह लिखा करो ।

कोपल कोकास ने कहा…

बहुत सही कहा आपने क्रांति जी सुख दुःख जीवन का हिस्सा है जो घटित होने पर दुबारा उसी तरह घटित नहीं होते हैं जिस तरह वो घटित हुए थे
कुछ अलग तरह से कोई पल आ जाए पर जो एक बार बीत गया उसी में जीवन का सबसे मजबूत पल चला जाता है ।
ना हम वापस आते हैं ना पल ना कुछ
इस जीवन में कुछ भी स्थायी नहीं होता है ।
तालमेल बिठाने का नाम ही जिंदगी है

धन्यवाद क्रांति जी

कोपल कोकास ने कहा…

धन्यवाद ओंकार जी

कविता रावत ने कहा…

सबकुछ वैसा ही रहता है और वैसा ही चलता है
एक सोच भर है नया साल खुश होने का एक जरिया
बहुत अच्छी विचार प्रस्तुति
शुभकामनाएं नव वर्ष के लिए

कोपल कोकास ने कहा…

कविता जी आपकी बात सही है परन्तु जिसके जीवन में कुछ अगर घटित होता है उसके जीवन में कुछ भी पहले जैसा नहीं रहता है अगर सब कुछ पहले जैसे हो जाए तो कुछ अच्छा या बुरा घटित हो ही क्यों फिर चाहे इंसान कुछ भी सोचे .

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