मार्च का महीना परीक्षाओं का महीना




        सभी स्टूडेंट्स को जिनकी स्कूल की परीक्षाएं शुरू हो जाती है उनके लिए एग्जाम का शुरू होना मतलब टेंशन का दौर शुरू होना होता है ढेर सारा कोर्स , आसपास किताबे , नोट्स , हल प्रश्नपत्र इन्ही सब से घिरे रहते है स्टूडेंट

         एक दौर ऐसा था जब मैं भी स्कूल कॉलेज की परीक्षाएं देती थी सबसे ज्यादा तनाव इस बात का होता था कि जितना याद किया है परीक्षा के एन मौके पर साफ़ भूल ना जाए ये डर एग्जाम हॉल में प्रवेश करते ही डराने लगता था कि सब याद आ जाए और वाकई प्रश्न पत्र के मिलते ही अचानक जिसका डर रहता था वही याद आने लगती थी


          एक समय था जब मुझे भी परीक्षा का मौसम शुरू होते ही बहुत तनाव होता था ये चेप्टर नहीं हुआ , तो दोहे याद नहीं हो रहे , गठित के सूत्र , इंग्लिश की ग्रामर नहीं समझ रही तो विज्ञान में जितने प्रयोग किये सब भूल गये है ऐसा लगता था मैंने देखा है बहुत से स्टूडेंट्स परीक्षा आने के पहले पढ़ाई का टाइम बढाते जाते है जब एग्जाम आने वाले होते है तो वे सब भूल जाते है और बहुत से बच्चे ऐसे होते है जो इस चाहत में की ज्यादा नम्बर आए वे रात - रात भर बैठकर पढ़ाई करते हुए किताबों को ही अपना सब समझ लेते है परीक्षा के दिन पास आते - आते टेंशन से अपनी तबीयत बिगाड़ लेते है एक स्टूडेट  के लिए परीक्षा को लेकर इतना तनाव करना बलिकुल सही नहीं है क्योंकि एक दिमाग है उस दिमाग रुपी घर में तनाव और कोर्स की बातें एक साथ नहीं रह सकती है ।


     मैंने उन दिनों जब मैं स्कूल और कॉलेज के एग्जाम देती थी तब कुछ टिप्स बनाये थे आपके भी काम आयेगे

परीक्षा शुरू होने के पहले ही पूरी तैयारी करें

जिस पेपर में सबसे ज्यादा डर लगता है कि यही विषय सबसे ज्यादा कठिन है उसे सबसे पहले पढ़ना शुरू करें उन चेप्टर के महत्वपूर्ण बिन्दुओ को एक कॉपी में लिखे ले उन्हें चेप्टर पढ़ना शुरू करने से पहले पढ़े आपको वो चेप्टर आसान लगने लगेगा ।मेरा यकीन है आपका डर छूमंतर हो जाएगा

हमेशा लिख - लिखकर याद करे
हिस्ट्री सब्जेक्ट हमेशा ही मिस्ट्री जैसा लगता है उसमें सन याद करें नक्शों की सहायता से पढ़े
एग्जाम जरुर खेल का मैदान है की जहां आप कूदे तो बस आपको जीतकर ही आना है इस खेल में आपको बिना डरे मेहनत करना है और अच्छे से परीक्षा देना है

पहली बात ये याद रखे  की रोज आपको पढ़ना है यानी की जिस दिन आपकी क्लास शुरू हुई है उस दिन से रोज एक रूटीन बना ले की जो चेप्टर पढाया गया है उसे रीवाइस करे सिलेबस के अनुसार तैयारी बिल्कुल To The Point करे. इससे तैयारी भी अच्छी होगी और परीक्षा के समय बेवजह तनाव का सामना नहीं करना पड़ेगा ।
कुछ स्टूडेंट्स की मेन प्रोब्लम होती है की उन्हें याद नहीं होता आप लेटकर नहीं बैठकर पढाई करे अच्छे से याद रहेगा 


बनाएं परफेक्ट टाइम फॉर पढ़ाई  :
आपको अपनी परीक्षा के शेड्यूल के अनुसार अपने पढाई का Time – Table बनाना होगा. किस तरह पढ़ना है उसकी Planing बना ले और फिर उस योजना के तहत दिनचर्या का हर हाल में पालन करे. अगर आपने बेहतर Time Management बनाई है तो इससे एग्जाम की तैयारी में सहूलियत होती हैजिससे आपको तनाव भी नहीं होगा ।

पढाई के लिए बेहतर माहौल :
परीक्षा के दिनों में आप अपनी पढाई करने के लिए शांत माहौल चुने क्योंकि शोर शराबे में पढाई नहीं की जा सकती है , जहाँ आपको किसी भी प्रकार की बाधा न आये. आप किसी अलग कमरे में पढाई कर सकते है जहाँ कोई और न हो. हमेशा टेबल कुर्सी पर बैठकर ही पढ़ाई करें इससे आप एकाग्र रहेंगे बहुत से लोग बेड पर बैठकर या लेटकर पढ़ते है और कुछ देर बाद लेते रहने से आपका शरीर रिलेक्स्ड हो जाता है और आप सोकर अपना कीमती समय व्यर्थ कर देते है इसलिए टेबल कुर्सी पर ही पढ़े आप टेलीविज़न की आवाज और Music से तथा अन्य किसी भी प्रकार के शोर – शराबे से दूर रहे जिससे आपको कोई Disturbance न हो ।

अगर आपने इसमें लापरवाही की तो आप मेहनत करने के बावजूद किसी विषय को गहराई से समझ नहीं पाएंगे. अगर आपका पढाई का माहौल अच्छा होगा तो तनाव भी आपसे दूर रहेगा ।
ब्रेक फॉर पढ़ाई :
मेरी हमेशा से यही आदत रही है अगर एक लम्बे टाइम तक स्टडी नहीं की जा सकती है पढ़ाई के बीच में एक ब्रेक जरुर लेना चाहिए क्योंकि एक लम्बे समय तक पढाई करने से आपको थकान हो जाती है रिफ्रेश होकर पढ़ने से आप ज्यादा घन अध्ययन कर पायेंगे परक्षा के दौरान स्वाभाविक रूप से पढाई में तीव्रता आ जाती है. ऐसे में लम्बे समय तक स्टडी में लगे रहना थकान उत्पन्न करता है. इसलिए एक ब्रेक बिना भूले ले नहीं तो जितना याद किया है वो भूल सकते है ।
जब मैं ब्रेक लेती थी तो गाने सुनती थी थोड़ा घर के अंदर टहलती थी ब्रेक के दौरान आप दोस्तों से बाते कर सकते हैगाना सुन सकते हैथोड़ा टहल सकते है और कुछ हल्का – फुल्का खा- पी सकते है. पढाई के दौरान बाहर ना जाए क्योंकि पढ़ाई के टाइम आपका दिमाग पढाई के कार्य में व्यस्त उसे अन्य किसी जगह ना भटकने दे ।
अगर आप साप्ताहिक ब्रेक ले रहे है तो कोई अच्छी मोटिवेट करने वाली  movie देखे या दोस्तों के घर जाये. परीक्षा ख़त्म होने के बाद Result के बारे में सोचते रहने के बजाय कही टूर पर निकल जाये या अपनी किसी नयी Hobby को विकसित करने का प्रयास करे ।

नो दवा बस ताजी हवा
एग्जाम के दिनों में Tension का होना आम बात है. यह हर उस छात्र को होता है मुझे भी बहुत टेंशन होता था जो अपनी पढाई और परीक्षाओ के प्रति गंभीर होता है. इसलिए इस चिंता को दूर करने के लिए किसी ड्रग या दवा के सेवन से बचे. तनाव को कम करने के लिए सिगरेटशराबकिसी दवा व अन्य नशीली चीजो का सेवन से बचे. सबसे बेस्ट फ़ॉर्मूला है आप सुबह जल्दी उठें खुली हवा में मोर्निग वाक के लिए जाएं कंही शांत जगह पर बैठकर मेडिटेशन करे या आँखे बंदकर करके कुछ देर चित लेट जाए और बिलकुल शांत हो जाएं केवल अच्छी - अच्छी बातें सोचे ।

समझने के लिए किसी Expert की सलाह ले :
किसी Subject या Topic को समझने में मुश्किल आये तो उस विषय के Expert से Advise जरुर ले. वह Expert आपके Teacher हो सकते हैआपके मम्मी - पापा , भाई – बहन हो सकते है या वो छात्र हो सकते है जो विषय आपको समझ नहीं आ रहा हो उस विषय को वे अच्छे से समझते और समझाना जानते हो अगर आपकी तैयारी अच्छी होगी तो Stress भी कम होगा ।

* कम्प्लीट फ़ूड की प्लेट  :
स्टडी के दौरान अपने खान – पान का बहुत अच्छे से ध्यान रखे क्योंकि सिर्फ आपकी पढ़ाई या आपके नोट्स ही आपको परीक्षा के लिए तैयार करते है बल्कि आपका खानपान भी आपको परीक्षा के लिए तैयार करता है इसलिए संतुलित खाए. फल ,सब्जी , दूध ले इस दौरान जंक फ़ूड की अधिकता से बचे. ऐसे आहार न लेजो जरुरत से ज्यादा तैलीय और वसायुक्त हो. एक बात औरपढाई के बीच में कुछ न कुछ खाते रहे सबसे अच्छा है आप मुरमुरा की भेल ,फलों की चाट , ज्यादा मीठा , मिर्च मसाले वाले व्यंजन ना ले ।


एक्सरसाइज के लिए समय निकाले :
व्यायाम करना. वो भी रोज तो आपका टेंशन ओवर हो जाएगा परीक्षाओ के दिनों आपको मानसिक रूप से व शारारिक रूप से फिट रखेगा. यह याद रखे कि शारारिक सक्रियता मानसिक तनाव को कम करने में मददगार होती है. मैं पढाई के समय बीच – बीच में कुछ देर स्टडी टेबल पर ही रिलैक्स्ड होकर गहरी साँस लेती थी यह फायदेमंद होता है ।

नींद का कोटा करे पूरा :
परीक्षा के दौरान भी कम से कम 7 घंटे की नींद जरुर ले. जब आपकी नींद का कोटा पूरा हो जाएगा तो फ्रेश रहेंगे और फ्रेश रहकर नींद का डोज पूरा करने के बाद पढ़ाई करने से ज्यादा लम्बे टाइम तक पढ़ा हुआ दिमाग में सेव रहता है ।

ओनली बी पोजीटिव :
इसलिए पॉजिटिव सोच रखना बहुत जरुरी है. अगर आप शुरू से यह सोचते रहंगे की मुझेसे नहीं बनेगा तो वो परीक्षा के अंत तक नहीं बनेगा इसलिए बी पोजीटिव रहे यह आपको Negative Thoughts से तो बचाएगा ही साथ ही साथ आपको पढाई के तनाव से भी दूर रखेगा. हमेशा आशावादी सोच रखे हमारे अन्दर एक नयी स्फूर्ति पैदा करती है इसलिए एग्जाम से पहले अच्छे रिजल्ट के बारे में इमेजिन करे और उसे एन्जॉय करे. ।

जब मन शांत हो तभी पढ़ाई करें पर हमेशा अपना ध्यान पढ़ाई पर लगाने की कोशिश करें

* गेप है जरूरी
आपके हर पेपर में गेप होगा तो पेपर देकर आने के बाद तुरंत पढ़ने नहीं बैठे पहले थोड़ी देर आराम करें कुछ खाएं रिलेक्स करें मन और तन से फिर ब्रेक पूरा होने के बाद पढ़े


दोस्तों एग्जाम का टेंशन आप खुद ही इन चीजों का ध्यान रखकर कर सकते है बस अच्छे से तैयारी करे और पूरे मन लग्न मेहनत से एग्जाम दे ये समझ ले की एग्जाम एक मैदान है आप है खिलाड़ी आपको पूरे जोश से बिना तनाव के मैदान में उतरना है और परीक्षा देना है ।

अपने पेपर्स आराम से अच्छे से पढ़कर दीजिए बिना किसी तनाव के मैं समझती हूँ कि स्टूडेंटस को एग्जाम के समय काफी टेंशन होता है पर फ्री माइंड से पेपर्स दीजिए क्योंकि आधे पेपर्स हमारे इसलिए बिगड़ जाते है क्योंकि हम बहुत ज्यादा टेंशन ले लेते है


हैप्पी एग्जाम्स 

4 टिप्पणियाँ:

Mahendra Kumar ने कहा…

उम्दा जानकारियां देता हुआ आलेख। बहुत बहुत धन्यवाद।शुभकामनाएं।

कोपल कोकास ने कहा…

धन्यवाद महेन्द्र जी

Unknown ने कहा…

कोपल तुमने बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी शेयर की है।परीक्षा के दौरान समय नियोजन बहुत जरूरी है।एक -एक बिन्दु को क्रम से समझाया है बेहतरीन तरीके से।
आज के संदर्भ में यह कीमती जानकारी जरूरी भी है जिससे बच्चे परीक्षा भली प्रकार दे सकें व डिप्रेशन का शिकार होकर गलत कदम न उठाएं । बहुत अच्छा कर रही हो। भविष्य के लिये शुभकामनाएँ

कोपल कोकास ने कहा…

धन्यवाद नीलिमा आँटी जी बहुत जरुरी है नियोजन परीक्षा के लिए ।
कभी हमने भी दी है परीक्षाएं यही नियोजन ही तो परीक्षा की मुश्किल घड़ी को आसान बनाता है ।

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