पूरन पोली खास कर महाराष्ट्र में बनाई जाती हैं ये यहाँ की पारम्परिक स्वीट डिश है.
यह मेरी दादी माँ बनाया करती थी उनसे औऱ मम्मी सीखा पूरन पूड़ी बनाना इसका मीठा स्वाद अक्सर मुझे इतना अदभुत लगता कि मैं इसे बचपन से आज तक बहुत चाव से खाती बनाती आ रही हूँ ।
यह सिर्फ महाराष्ट्र ही नहीं और भी जगहों पर खाई जाती हैं जैसे मैने जबलपुर मध्यप्रदेश में नमकीन भरवा पूड़ी खाई थीं वहां इसे मीठी खीर के साथ खाया जाता है ।
दादी माँ अब नहीं है पर उनसे सीखी हुई पूरन पूड़ी बनाने व खाने में बहुत मजा आता है ।
मेरी दादी माँ |
पूरन पोली बनाने की सामग्री
Content to prepare Puran Poli :-
2 कप गेहूं का आटा या मैदा
आटा गुथने के लिये पर्याप्त पानी
2 चम्मच तेल या घी
पूरन की सामग्री :
1 ¼ कप चना दाल
¼ 2 चम्मच शक्कर का बूरा क्योंकि मुझे इलायची पसन्द नहीं
2 चम्मच घी
पूरन पूड़ी बनाने की विधि
आटा या मैदे को अच्छे से छान ले उसमे स्वादानुसार घी डालकर पानी की मदद से मुलायम हुआ आटा बनाये. अब उसे सेट होने के लिये 40-50 मिनटों तक उसे कपडे के गीलेपन में या फ्रिज रखेंमें बाद में दोबारा गुंथे.
चना दाल को अच्छे से धोकर 1 सिटी बजने तक कूकर में पकाये. और बाद में दाल में से पानी अलग कर ले.पकी हुई दाल का पेस्ट बनाये और गैस पर कढ़ाई में थोडा सा घी गर्म करके पिसी हुयी दाल का पेस्ट अच्छे से भुने बाद मे उसमे शक्कर डालकर मिश्रण तैयार करे. मिलाते समय उसमे जरा भी पानी न डाले.
अब मिश्रण थंडा करके उसके छोटे-छोटे गोले बनाये. अब गुंथे हुए आटे को भी छोटे गोलों की कटोरी बनाये औऱ कटोरी में बनाये हुये पूरन का एक पूरन भर दे और कटोरी को बन्द कर ले. अब उसे आटा लगाकर थोड़ा थोड़ा बेले ताकी रोटी तैयार हो । रोटी बेलते समय ध्यान रहे की हल्के हाथ से रोटी बेले की रोटी में से पूरन बाहर न आये.
अब तवे के चारो तरफ घी लगाये. उसपर पोली रखे और दोनों ही तरफ से उसे अच्छे से सेके. सकने के बाद आप उसपर थोडा और घी डालकर परोस सकते हो…… आप इसे घी, दूध या के साथ भी खा सकते हैं. वैसे तो पूरन पूड़ी के साथ कुछ औऱ ना भी हो तो भी अच्छा लगता है । क्योंकि इसका मीठा मीठा स्वाद बहुत अनूठा होता है एक दो से मन नहीं भरता है ।
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